स्कूली विद्यार्थियों के लिए स्कूल प्रदर्शनी बहुत उपयोगी होती है। कक्षा की गतिविधियों में छात्र विभिन्न विषयों के बारे में सीखते हैं लेकिन प्रदर्शनी में वे न केवल सीखते हैं बल्कि विषयों में गहराई से शामिल भी होते हैं। प्रोजेक्ट और प्रदर्शनी सामान्य कक्षा गतिविधियों की तुलना में अधिक उत्पादक हैं।
प्रदर्शनी एक विद्यार्थियों की रचनात्मकता के विचार को बेहतर बनाती है और उसे अपनी पाठ्यपुस्तकों से परे सोचने की जीज्ञासा प्रदान करती है| प्रदर्शनियों में भाग लेने से विद्यार्थी समूह में काम करना सीखते हैं। वे समूह में एक-दूसरे के साथ समन्वय करके काम करना सीखते हैं, जिससे उनके एक-दूसरे के साथ अच्छे प्रतिगोगात्मक संबंध विकसित होते हैं। प्रदर्शनी शिक्षक और विद्यार्थियों के बीच संबंधों को भी विकसित करती है। प्रदर्शनियों में भाग लेने के दौरान, विद्यार्थी अपनी-अपनी परियोजनाओं को समझाते हुए विभिन्न लोगों से मिलते हैं। जिससे उनका धैर्य,बोल चाल और हाव भाव बेहतर होते है।
पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय चित्तौड़गढ़ समय-समय पर विभिन्न प्रदर्शनियों जैसे सामाजिक विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान प्रदर्शनी, पुस्तक प्रदर्शनी, चित्रकला प्रदर्शनी आदि का आयोजन करता है ताकि विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, कला और संस्कृति पर विभिन्न प्रोजेक्ट करके छात्रों के बीच जनसंपर्क विकसित किया जा सके। शिल्प और अन्य विषयों के साथ-साथ छात्र विभिन्न विषयों पर जनता में जागरूकता पैदा करते हैं।